सम्पूर्ण आरती संग्रह हिन्दी में | Complete Aarti Sangrah in Hindi

Aarti Sangrah in Hindi- आरती का अर्थ है पूरी शृद्धा के साथ परमात्मा की भक्ति में लीन हो जाना, भगवान को प्रसन्न करना। इसमें परमात्मा में लीन होकर भक्त अपने देव की सारी बालाएँ स्वयं पर ले लेता है और भगवान को स्वतंत्र होने का एहसास कराता है। आरती को नीराजन भी कहा जाता है। नीराजन का अर्थ है विशेष रूप से प्रकाशित करना। यानि कि देव पूजन से प्राप्त होने वाली सकारात्मक शक्ति हमारे मन को प्रकाशित कर दे। व्यक्तित्व को उज्ज्वल कर दे। बिना मंत्र के किए गए पूजन में भी आरती कर लेने से पूर्णता आ जाती है। आरती पूरे घर को प्रकाशमान कर देती है, जिससे कई नकारात्मक शक्तियाँ घर से दूर हो जाती हैं। जीवन में सुख समृद्धि के द्वार खुलते हैं।
Aarti Sangrah
हर देवी देवता की पूजा विधि विधान से की जाती है, तभी वह पूजा, उपासना व आराधना पूर्ण मानी जाती है। जिससे देवी देवता खुश होकर मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। अपने भक्तों का जीवन कल्याणकारी बनाते हैं। हिन्दू धर्म में सभी देवी देवताओं की पूजा में आरती पाठ आवश्यक माना जाता है। इसलिए यहाँ पर हम सभी देवी देवताओं की आरती संग्रहित करके प्रकाशित कर रहे हैं। 

आरती संग्रह में सभी आरतियां हिंदी भाषा में उपलब्ध है, जिन्हें लिंक पर टैप करके आसानी से पढ़ा व सुना जा सकता है। नीचे दी गयी लिस्ट में सभी देवी देवताओं की आरती दी गयी हैं।

आरती संग्रह हिन्दी में | Aarti Sangrah in Hindi

नीचे आपको सभी देवी देवताओं की आरती की लिस्ट मिल जाएगी, जिस पर क्लिक करके आप आसानी से आरती पढ़ सकते हैं। 

भगवान की आरती | Bhagwan ki Aarti

माता की आरती | Mata ki Aarti

नवरात्रि की सभी माताओं की आरतियां 🔻

इस पेज आरती संग्रह में सभी आरतियों का संग्रह किया गया है। लिंक पर क्लिक करके मनपसंद आरती पढ़ और सुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त किसी भी आरती को परिवार और दोस्तों को सोशल मीडिया व व्हाट्सअप पर साझा कर सकते हैं। भूल वश यदि कोई आरती इस संग्रह में नहीं पाते हैं तो हमसे संपर्क कर अवश्य बताएं, हम जल्दी ही उस आरती को संग्रह में शामिल करेंगे।

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