Om Jai Jagdish Hare, Vishnu Ji Ki Aarti - भगवान विष्णु जी की आरती
Om Jai Jagdish Hare, Vishnu Ji Ki Aarti : भगवान विष्णु को हिन्दू देवताओं के तीन स्तंभों मे एक माना जाता है, जब कभी भी पृथ्वी पर असुरों का अत्याचार बढ़ा था। तब हर युग मे भगवान विष्णु ने अवतार लिया है और पृथ्वी वासियों की असुरों से रक्षा की है। इसलिए बहुत ही प्राचीन समय से भगवान विष्णु के प्रति उनके भक्तों का स्नेह बढ़ता ही चला गया।
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
![]() |
Vishnu Ji Ki Aarti |
Vishnu Ji Ki Aarti - भगवान विष्णु जी की आरती
भगवान विष्णु के भक्त पूजा मे Om Jai Jagdish Hare (ॐ जय जगदीश हरे) आरती का गायन करते हैं। अगर आप भगवान विष्णु के भक्त है तब आपको पूजा अर्चना मे आरती का गान अवश्य करना चाहिए।
Vishnu Ji Ki Aarti Video- भगवान विष्णु जी की आरती विडियो
Video By - T Series
Om Jai Jagdish Hare - भगवान विष्णु जी की आरती
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।
स्वामी दुःख विनसे मन का।
सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥
ॐ जय जगदीश हरे।
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी।
स्वामी शरण गहूँ मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूँ जिसकी॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी।
स्वामी तुम अन्तर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता।
स्वामी तुम पालन-कर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥
ॐ जय जगदीश हरे।
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
स्वामी सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूँ दयामय, तुमको मैं कुमति॥
ॐ जय जगदीश हरे।
दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
स्वामी तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥
ॐ जय जगदीश हरे।
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
स्वामी पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, सन्तन की सेवा॥
ॐ जय जगदीश हरे।
श्री जगदीशजी की आरती, जो कोई नर गावे।
स्वामी जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी, सुख संपत्ति पावे॥
।। ॐ जय जगदीश हरे ।।
भगवान विष्णु अपने भक्तों के लिए अत्यंत उदार व्यक्तित्व के देवता है। जिन्होने अपने भक्त प्रह्लाद के लिए नरसिंह का रूप धारित करके हिरणकश्यप और होलिका के अहंकार को चूर चूर किया और अपने भक्त की रक्षा की। इसके साथ विभिन्न युगों मे राम और श्री कृष्ण अवतार से जनमानस की रक्षा की है। इसलिए भगवान विष्णु की पूजा को बड़ी श्रद्धा के साथ करना चाहिए। पूजा अर्चना मे Om Jai Jagdish Hare Aarti का गायन भी अवश्य करना चाहिए।