गंगाराम पटेल और बुलाखीदास नाई की कहानियां | Stories of Gangaram Patel and Bulakhidas Nai

GangaRam Patel  and Bulakhi Das Stories in Hindi- प्राचीन कहानियों में बुलाखी दास की कहानियां बहुत अधिक लोकप्रिय थी। हम सभी ने दादी/नानी या अन्य किसी बुजुर्ग के मुँह से जरूर इन कहानियों को सुना होगा।

जब समाज मे सामंती/जमींदारी व्यवस्था थी। इन कहानियों का संबंध उसी समय से है। गंगाराम पटेल एक जमींदार थे। उस समय मे जमींदार का शासन चलता था। इसलिए पंचायत में सभी लोग जमींदार की बात मानते थे।
एक बार गंगाराम पटेल घूमने के लिये जा रहे थे। अपने बनाने खाने और सहायता के लिए बुलाखी दास नाई को साथ मे ले जाना चाहते थे। लेकिन बुलाखी नाई जाना नही चाहता था। क्योंकि उसकी जल्दी जल्दी ही शादी हुई थी।

बुलाखी दास की नववधू ने बुलाखी को कई तरकीबें बताई, जिससे वो जल्दी वापस आ जाये। शर्त यह थी कि बुलाखी, गंगाराम जी से हर रोज एक सवाल पूछे, अगर उसका जवाब गंगाराम न दे पाएंगे। तो बुलाखी दास वापस आ जायेगा।

इस शर्त को गंगाराम पटेल द्वारा स्वीकार किया गया। इसी प्रश्नों पर आधारित सभी कहानिया है। इन कहानियों में मनोरंजन के साथ साथ बहुत सी नैतिक और सामाजिक शिक्षाएं भी हमें मिलती है। यह अत्यंत रोमांचक कहानियां है आपको एक बार अवश्य पढ़नी चाहिए।

Bulaki das ki kahaniya

गंगाराम पटेल और बुलाखी दास नाई की कहानियां

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